mysterious lakes in India (SOCIAL MEDIA)
mysterious lakes in India (SOCIAL MEDIA)
भारत की रहस्यमयी झीलें: भारत की भूमि केवल पहाड़ों और मंदिरों तक सीमित नहीं है; यहां कई अद्भुत झीलें भी हैं जो अपने रंगों और रहस्यमय स्वभाव के लिए जानी जाती हैं। ये झीलें कभी गुलाबी, कभी नीली और कभी हरी दिखाई देती हैं, जो प्रकृति प्रेमियों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गई हैं।
कुछ झीलें ज्वालामुखी या उल्कापिंड के प्रभाव से बनी हैं, जबकि अन्य समुद्र तल से हजारों फीट ऊंचाई पर स्थित हैं। इनमें छिपे वैज्ञानिक रहस्य भी लोगों को चकित कर देते हैं। इन झीलों की सुंदरता और रहस्य दोनों ही मन को मोह लेते हैं। आइए जानते हैं भारत की कुछ रंग बदलने वाली रहस्यमयी झीलों के बारे में।
लोनार झील (महाराष्ट्र)
लगभग 50,000 साल पहले एक उल्कापिंड के गिरने से बनी यह झील खारी और क्षारीय दोनों है। जून 2020 में इसका रंग अचानक हरा से गुलाबी हो गया था, जिसका कारण लाल शैवाल और खारे पानी में पनपने वाले बैक्टीरिया माने गए। अप्रैल से जून के बीच इसका रंग बदलने की संभावना अधिक रहती है। इसके निकट स्थित लोनार वन्यजीव अभयारण्य भी दर्शनीय है।
यह झील समुद्र तल से 4350 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और अपने बदलते रंगों के लिए प्रसिद्ध है। कभी नीली, कभी हरी और कभी हल्की गुलाबी, इसका रंग मौसम, आसमान और खनिजों की परावर्तित रोशनी से बदलता है। मई से सितंबर के बीच यहां कैंपिंग का अनुभव अविस्मरणीय होता है।
सांभर झील (राजस्थान)भारत की सबसे बड़ी खारे पानी की झील, सांभर झील गर्मियों में गुलाबी रंग ले लेती है। इसका कारण है अल्गी और बैक्टीरिया जो नमक में बीटा-कैरोटीन बनाते हैं। फरवरी से जून का समय झील देखने के लिए आदर्श है।
चांगू झील (सिक्किम)
गंगटोक के निकट स्थित यह झील बर्फीले मौसम में जम जाती है और गर्मियों में आसमान के रंग के अनुसार नीले और चांदी जैसे रंगों में चमकती है। यहां याक की सवारी, मंदिर दर्शन और फूलों की घाटी भी देखी जा सकती है।
माउनपाट झील (छत्तीसगढ़)यह झील सुबह लाल और शाम को हरी नजर आती है, हालांकि वैज्ञानिक अभी तक इसका ठोस कारण नहीं जान पाए हैं। यह स्थान अभी तक पर्यटन से अछूता है और सुरगुजा की जनजातीय संस्कृति और झरनों के साथ मिलकर एक अनोखा अनुभव देता है।
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